एनडीए की बैठक (NDA Meeting) को लेकर इसके सभी घटक दल के नेता दिल्ली आए हुए हैं. इसको लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. वहीं, बैठक से पहले 'हम' संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बेटे संतोष सुमन (Santosh Suman) ने मंगलवार को ये बड़ा वर्णन दिया है. इन्होंने बोला कि जैसे द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) राष्ट्रपति के पद पर हैं, मेरे पिता को राज्यपाल का पद मिले. जैसे द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से समाज में जागरूकता आई, वैसे ही पिता के राज्यपाल बनने से मेरे समाज में सेंस ऑफ़ रिस्पांसिबिलिटी आएगी. पार्टी चार से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है.संतोष मांझी ने बोला कि लोकसभा चुनाव लड़ना चाहता हूं. वहीं, पीएम के परिवारवाद पर बयान पर उन्होंने बोला कि हमारा पुराना राजनीतिक संघर्ष है. मेरे आने के बाद पिता ने पार्टी से किनारा कर लिया है. हम परिवारवाद में नहीं हैं. बता दें कि मंगलवार को एनडीए की बैठक है.
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान यह राजग की इस स्तर की पहली बैठक होगी.
यह बैठक ऐसे वक्त में गठबंधन करने की बीजेपी की क्षमता को दिखाने पर पार्टी का ध्यान केंद्रित होने की बात को रेखांकित करती है, जब विपक्षी दल 2024 लोकसभा चुनाव से पहले इकट्ठा होने के लिए बैठक कर रहे हैं.बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कुछ दिन से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात के बाद हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सम्मिलित होने की ऐलान की थी. 'हम' ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. वहीं, बिहार विधानसभा में ‘हम’ के मांझी सहित चार विधायक हैं. बिहार विधान परिषद के सदस्य सुमन ने पहले राज्य मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया था. मांझी ने इल्जाम लगाया था कि नीतीश कुमार उनकी पार्टी का जेडीयू में विलय करने का दबाव डाल रहे थे.