मनीष कश्यप के भाई करन कश्यप ने बोला कि एक आर्मी जवान का बेटा जेल में बंद है और यहां संविधान की अनदेखी की जा रही है.
इसको लेकर किसी को कोई परवाह नहीं है. देश के पीएम से लेकर गृहमंत्री और राज्य की सरकारें आर्मी जवानों के स्वाभिमान और सम्मान के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट तो करते हैं, लेकिन एक आर्मी जवान की पत्नी भटक रही है और कोई सुनने वाला नहीं है.बता दें कि मझौलिया थाना में दर्ज एक मामले में मनीष कश्यप को बेतिया न्यायालय में पेश होना है. 3 बार की तारीख बीत जाने के बाद चौथी बार भी मनीष को बेतिया कोर्ट में पेश नहीं किया गया. बता दें कि इसी वर्ष 17 मार्च को मझौलिया थाने की पुलिस ने भारतीय स्टेट बैंक पारस पकड़ी के शाखा प्रबंधक के साथ दुर्व्यवहार करने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने के इल्जाम में दर्ज मामले में नामजद अभियुक्त मनीष कश्यप के विरुद्ध न्यायालय ने कुर्की जब्ती का निर्देश दिया था. 18 मार्च की सुबह कुर्की करने के लिए पुलिस मनीष के घर पहुंची थी. उसी दौरान मनीष कश्यप ने जगदीशपुर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया था. उसके बाद मनीष कश्यप को ईओयू ने हिरासत में लिया. उसके बाद तमिलनाडु की पुलिस ले गई. वायरल वीडियो के वारदात में वह सेंट्रल जेल में मदुरई में बंद है.