केंद्र प्रायोजित योजनाओं को लेकर इन्होंने बोला कि केंद्र सरकार बिहार में दोहरी नीति अपनाती है.
वहीं, केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को दिए जा रहे हिस्सेदारी में भी बिहार को लेकर उदारवादी रवैया नहीं है. बस बिहार बीजेपी गरीबी उन्मूलन में बिहार को मिले पहले स्थान को लेकर ढिंढोरा पीटकर अपने पक्ष में करना चाहती है.वहीं, मंत्री विजेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना हिटलर से की. इन्होंने बोला कि हिटलर भी विपक्ष को कुछ नहीं समझता था जबकि विपक्ष भी सरकार का अंग होता है. प्रधानमंत्री मोदी पूरे विपक्ष का आपत्ति कर रहे हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण है. आगे इन्होंने बोला कि बिहार में गरीबी का सूचकांक में रिकॉर्ड कायम करना बड़ी प्राप्ति है. बीजेपी जबरदस्ती इस मामले का श्रेय खुद लेना चाहती है जबकि इस पूरे मामले में केंद्र सरकार की कोई भागीदारी नहीं है. देश में अमीर ज्यादा अमीर हो रहा है और गरीब ज्यादा गरीब हो रहा है. बिहार को लेकर केंद्र सरकार की दोहरी नीती भी एक वजह है केंद्र सरकार से हम लोगों का अलग होना. नीतीश कुमार की पहली प्राथमिकता बिहार की प्रगति ही है.