प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के लॉन्च के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में यहां आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम के उद्घाटन से पहले एक प्रदर्शनी का दौरा किया.
इस दौरान पीएम मोदी ने छोटे बच्चों से भी बातचीत की. दो दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम पुराने प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित किया जा रहा है.
पीएम मोदी जैसे ही एक प्रदर्शनी में पहुंचे, वहां मौजूद छोटे बच्चे उन्हें देखकर खुश हो गए और पास जाकर पीएम को नमस्ते कहा. इसके बाद पीएम ने बच्चों के साथ प्रदर्शनी का दौरा किया और बच्चों द्वारा की गई पेंटिंग को भी देखा. यहां पीएम ने बच्चों से पूछा कि मोदी जी को जानते हो आप? इस पर बच्चों ने कहा, "हां, हमने आपको टीवी पर देखा था."
पीएम ने बुद्धिजीवियों का आभार प्रकट किया
बता दें कि पीएम मोदी ने कार्यक्रम में उद्घाटन भाषण देते हुए शिक्षा जगत में होने वाले बड़े बदलावों पर चर्चा की. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तीन साल पूरे होने पर उन्होंने देशभर के बुद्धिजीवियों का आभार प्रकट किया, जिन्होंने इसे एक मिशन की रूप में लिया और आगे भी बढ़ाया. पीएम मोदी ने पीएम श्री योजना (पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) के तहत राशि की पहली किस्त भी जारी की.
पुस्तकें अब 22 भारतीय भाषाओं में होंगी: PM
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि अब शिक्षा क्षेत्रीय भाषाओं में दी जानी है इसलिए पुस्तकें 22 भारतीय भाषाओं में भी होंगी. इसका एक और लाभ देश को होगा, भाषा की राजनीति करके अपनी नफरत की दुकान चलाने वालों का भी शटर डाउन हो जाएगा. एनईपी से देश की हर भाषा को सम्मान और बढ़ावा मिलेगा.
'5+3+3+4 शिक्षा प्रणाली से मजबूत होगी शिक्षा व्यवस्था'
पीएम मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बात करते हुए कहा कि देश के सामान्य नागरिक और हमारे विद्यार्थी नई व्यवस्था से भलीभांति परिचित हैं. वो यह जान गए हैं कि 10+2 शिक्षा प्रणाली की जगह 5+3+3+4 की शिक्षा प्रणाली है. इससे शिक्षा व्यवस्था मजबूत होगी. पढ़ाई की शुरुआत भी अब तीन साल की आयु से होगी. इससे पूरे देश में एकरूपता आएगी. हाल ही में संसद में नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बिल पेश करने के लिए कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दे दी है. एनईपी के तहत नेशनल फ्रेमवर्क भी जल्द ही लागू हो रहा है.