बीजेपी भ्रम फैलाकर शिक्षक अभ्यर्थियों को कन्फ्यूज कर दी है.
शक्ति यादव ने बोला कि बिहार में पहले भी दूसरे राज्यों के अभ्यर्थी आवेदन देकर शिक्षक बनते थे. हम लोग बिहार में दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने का मौका इसलिए दे रहे हैं क्योंकि दूसरे राज्यों में भारी संख्या में बिहारी बच्चों नौकरी करते हैं. हम अगर दूसरे राज्यों के लोगों को नौकरी बिहार में नहीं देंगे तो दूसरे राज्य भी अपने राज्यों में बिहारी लोगों को नौकरी देना बंद कर देंगे. दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को बस इसलिए बिहार में शिक्षक बनने का मौका दिया जा रहा है.बता दें बिहार सरकार शिक्षक भर्ती नियमावली में परिवर्तन की है. अब बिहार में शिक्षक बनने के लिए बिहारी होना अनिवार्य नहीं. बाहरी लोग भी शिक्षक बन सकते हैं. इसका आपत्ति बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी कर रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का बोलना है कि हमारा अधिकार और हक छीना जा रहा है. और बता दें कि हजारों की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थियों ने आज राजधानी पटना में प्रदर्शन किया.