अरुणेश यादव पार्टी में किसी पद पर नहीं है लेकिन इसका कार्य है कि युवा वर्ग को आरजेडी से जोड़े.
अरुणेश यादव के नेतृत्व में जिले में तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव की कई रैली का नेतृत्व भी किया गया है.बताया जाता है कि आरजेडी की बैठक के दौरान मृतक बच्चे की मां रोती और गिड़गिड़ाती रही लेकिन किसी ने नहीं सुनी. महिला को लगा कि आरजेडी का कोई बड़ा नेता आया है तो मिलकर अपनी बात बोलेगी.
इस मामले में दीपनगर थानाध्यक्ष सुनील जायसवाल ने अपना पल्ला झाड़ लिया. बोला कि कत्ल के मामले में बालक के परिवार वालों ने अरुणेश यादव पर कत्ल का मुकदमा दर्ज कराया है. आरजेडी नेता अपने आप को बेकसूर बता रहा है. पुलिस अभी तक जांच-पड़ताल कर रही है. प्रोग्राम के दौरान अरुणेश यादव ने बोला कि पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है. मैंने भी अपने नेता को पूरी बात बताई है. बोला है कि एसपी से मिलिए या डीएम से मिलिए. जो भी कसूरवार है उसको जल्द से जल्द सजा दी जाए. 15 दिन के भीतर यह नहीं हुआ तो मैं अपने पूरे परिवार के साथ आत्मदाह कर लूंगा. अगर मैं कसूरवार हूं तो सजा दिलाई जाए.