जब तक उनको जनता ने आशीर्वाद नहीं दिया था तब तक ये मुद्दा उनके ऐलान पत्र में था, लागू नहीं हुआ था.
अब जनता जो मतदान करके उन्हें सरकार में ला रही है, तो स्वाभाविक है कि लागू करने का प्रयत्न करेंगे.यूसीसी को लेकर प्रशांत किशोर ने बोला कि संघ के बड़े नेताओं यानी संस्थापक सदस्यों में से एक रहे नेताओं का वर्णन या इंटरव्यू देख लीजिए, हकीकत सामने आ जाएगी. यूसीसी को लागू करना इतना आसान नहीं है. देश की जो विविधता है उसको देखते हुए इसे लागू करना इतना आसान नहीं है जितना यह लग रहा है.पीके ने बोला कि धारा-370 ये कश्मीर से जुड़ा हुआ माजरा था. भारत के एक भू-भाग को प्रभावित करता था. हालांकि, मानसिक तौर पर भले ही वो पूरे देश से जुड़ा माजरा हो, लेकिन सीधे तौर पर जो लोग उससे प्रभावित हुए वो एक राज्य के लोग थे. राम मंदिर बना, उससे भी पूरे देश की जनता प्रभावित नहीं होती है. जो उसकी भावना से जुड़ा है, उसके पक्ष और विपक्ष में थे, वही लोग प्रभावित हुए.आगे यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर प्रशांत किशोर ने बोला कि यह मुद्दा वो है जो सीधे तौर पर पूरे देश की जनता को प्रभावित करता है. ये लागू करना ज्यादा मुश्किल है. यूसीसी अगर देश में लागू होता है तो इसके नतीजा या दुष्परिणाम भी उतने ही बड़े हो सकते हैं.