इन जिलों के अधिकांश भागों में वज्रपात की भी चेतावनी दी गई है.
उसके अलावा राज्य के सभी जिलों में मध्यम या हल्की बारिश का पूर्वानुमान है.
बीते मंगलवार की रिपोर्ट के अनुकूल सोमवार शाम से मंगलवार के बीच सबसे अधिक पूर्वी चंपारण में 146.6 मिलीमीटर वर्षा हुई. वहीं अररिया में 136.2, मुजफ्फरपुर में 126 मिलीमीटर के साथ ज्यादा भारी वर्षा दर्ज की गई. पूर्णिया जिले के जलालगढ़ में 108.6, अमौर में 100.4, बनमनखी में 92, मधेपुरा में 88.6, सिंघेश्वर में 72.6, पूर्वी चंपारण के चकाई में 69.4, मधेपुरा के कुमारखंड में 68.8 मिलीमीटर के साथ भारी बारिश दर्ज की गई. पटना में 33.4 मिलीमीटर और अन्य जिलों में 65 मिलीमीटर से नीचे मध्यम स्तर की बारिश हुई है.मंगलवार को सोमवार की अपेक्षा टेंपेरेचर में बहुत ज्यादा गिरावट दर्ज हुई है. मंगलवार को राजधानी पटना में 5.1 डिग्री की गिरावट के साथ अधिकतम टेंपेरेचर 30 डिग्री रहा. सबसे अधिक टेंपेरेचर औरंगाबाद में 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तो सबसे कम टेंपेरेचर मुजफ्फरपुर में 27.6 डिग्री सेल्सियस रहा.मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुकूल मॉनसून द्रोणी रेखा अमृतसर, करनाल, लखनऊ, गया, मालदा और वहां से पूर्व की तरफ असम से होते हुए नागालैंड तक प्रभावी है. एक चक्रवातीय परिसंचरण मध्य प्रदेश के मध्य में औसत समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किलोमीटर ऊपर तक स्थित है. उसके असर से आज ज्यादातर जिलों में भारी बारिश और मध्यम स्तर की बारिश का पूर्वानुमान है.