सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि नीतीश बाबू के कंट्रोल में बिहार में कुछ बचा नही है, बिहार में नीतीश कुमार का कोई नहीं सुनता है, मुख्यमंत्री जो चाहते होंगे वो नहीं होता होगा. वजह है कि संगति बदल गई है, जब एनडीए (NDA) में थे तो शासन थी और ऐसी घटना नहीं घटती थी, आज अपराधी का जो मंसूबा है वह सातवें आसमान पर है.आरसीपी सिंह ने यह भी बोला कि आज बिहार में वही सुरक्षित है, जिसे कोई मारने वाला नहीं है.
बिहार में सरकार का कोई नाम नहीं है.
बिहार में सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है. नीतीश कुमार का कुछ नहीं चल रहा है. एक वक्त था जब बिहार से अपराधी बाहर चले गए थे. आज क्या है? पटना में जहां मुख्यमंत्री रहते हैं वहां कत्ल हो रही है. जब बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है तब मुख्यमंत्री बने रहने का अधिकार है क्या? उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार शारीरिक रूप से स्वास्थ्य दिखते नहीं हैं. याददाश्त भी साथ नहीं दे रही है. उन्हें तत्काल मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए, जिससे बिहार में कोई रास्ता निकले.
बिहार में बढ़ते क्राइम पर भी पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बोला कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. आप किसी भी जिले को ले लीजिए. सब लोग आतंकित हैं. बिहार के तमाम जिले में अपराध चरम सीमा पर है. सबसे दुर्भाग्य की बात यह है कि जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा जाता है तब वे बोलते हैं कि बिहार में अपराध कहां है, लेकिन बिहार में दिनदहाड़े गोलियां चलाई जा रही हैं, बिहार में पत्रकार सुरक्षित नहीं है, कारोबारी सुरक्षित नहीं हैं. वहीं, आरसीपी सिंह ने नालंदा आयोजित बीजेपी की बैठक को लेकर बोला कि इस बैठक का उद्देश है कि बीजेपी पार्टी नालंदा में सबसे मजबूत हो, इसलिए हम हर विधानसभा के सभी साथी के साथ बैठक कर रहे हैं ताकि यह सब साथी प्रखंड स्तर पर जाकर अधिक से अधिक लोगों को बीजेपी से जोड़े और प्रखंड स्तर पर समस्या का समाधान किया जा सके, जिससे 2025 में बिहार में बीजेपी की सरकार बने.