नंदकिशोर यादव के 2 बेटे हैं. एक 9 साल का हर्ष और दूसरा 6 साल का यश है. एक महीने पहले ही गांव आए थे. गांव वाले के अनुसार वे काफी मिलनसार थे. गांव के युवाओं को पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए प्रेरित करते थे. शहीद नंदकिशोर की शहादत की जानकारी के बाद वरीय पुलिस अधिकारियों के आदेश पर पलासी थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार समेत अन्य पुलिस अधिकारी दिघली गांव पहुंचकर परिवार से मिले. ढांढस बंधाया.अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने नंदकिशोर यादव की शहादत पर बोला कि बिहार में जंगलराज वाले इस शासनकाल में कोई सुरक्षित नहीं है.
घटना पर कड़ा दुख व्यक्त किया और शहीद हुए अररिया के लाल नंदकिशोर यादव के परिवार को मुआवजा के साथ नौकरी देने की मांग की.
बोला कि वह शहीद परिवार के साथ हैं. अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी और स्पीडी ट्रायल के माध्यम से उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की.समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी इलाके में पिछले कई महीने से मवेशी चोरी की घटना निरंतर हो रही थी. जांच के लिए समस्तीपुर एसपी विनय तिवारी ने इसकी जिम्मेदारी दी थी. सोमवार (13 अगस्त) की रात्रि मोहनपुर एसएचओ को यह जानकारी मिली कि मवेशी चोर चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचे हुए हैं.नंदकिशोर यादव पड़ोसी थाने को सूचना देकर खुद मौके के लिए रवाना हो गए. मौके से 3 तस्करों को पकड़ा, एक ट्रक और एक पिकअप वैन पर लदे मवेशी को भी जब्त किया गया. पूछताछ के दौरान में कई अहम सुराग मिलने के बाद दलबल के साथ वे पहुंचे ही थे कि पहले से घात लगाए पांच से छह की संख्या में बदमाशों ने अचानक फायरिंग प्रारंभ कर दी. गोली लगने से वह जख्मी हो गए. जख्मी हालत में पहले बेगूसराय और फिर नाजुक स्थिति देखते हुए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया. पटना आईजीआईएमएस में उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.