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बिहार में AAP की एंट्री से टेंशन में JDU? केसी त्यागी ने दी पहली प्रतिक्रिया, देखें क्या बोला?


संवाद 

आम आदमी पार्टी (AAP) ने घोषणा किया है कि वो बिहार में अगला विधानसभा चुनाव लड़ेगी. अब इस पर जेडीयू (JDU) नेता केसी त्यागी (KC Tyagi) ने प्रतिक्रिया दी है. केसी त्यागी ने बोला "बिहार विधानसभा चुनाव में अभी वक्त है. इस वक्त लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय विपक्षी गठबंधन के घटक दलों के बीच आम सहमति है और आप भी इसका भाग है." उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ. संदीप पाठक ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में बिहार के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी.डॉ. संदीप पाठक ने बैठक में बिहार में पार्टी के संगठन के विस्तार को लेकर जिक्र की थी. बैठक में दिल्ली से आम आदमी पार्टी के विधायक और बिहार चुनाव प्रभारी अजेश यादव और सह प्रभारी अभिनव राय भी उपस्थित थे. इस दौरान डॉ. संदीप पाठक ने बोला कि बिहार से बहुत सारे लोग आते थे और पूछते थे कि पार्टी बिहार में कब चुनाव लड़ेगी. उन लोगों के बहुत सारे प्रश्न होते थे, लेकिन अब मैं उन प्रश्नों के जवाब देने वाला हूं. बिहार में हमारे पास संगठन का स्ट्रक्चर भले ही ना हो, लेकिन हमारे पास वहां कार्य करने वाले लोगों की बड़ी तादाद है.डॉ. संदीप पाठक ने बोला कि बिहार पूरे देश को सियासत सिखाता है. बिहार के लोगों को यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि सियासत क्या होती है. बिहार के 10 वर्ष के बच्चे को भी राजनीति के बारे में पता है. राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ. संदीप पाठक ने बोला था कि आज बिहार का दुर्भाग्य है कि वह गंदी राजनीति के वजह से उतना आगे नहीं बढ़ पाया है, जहां उसे होना चाहिए था. आम आदमी पार्टी बिहार में चुनाव लड़ेगी. इसमें कोई दो सलाह नहीं है, लेकिन चुनाव लड़ने के लिए संगठन का मजबूत होना अवश्य है.

 सिर्फ चुनाव लड़ने और लड़कर हारने से कोई फायदा नहीं है. 

उन्होंने बोला कि 10 जगह चुनाव लड़ने से कोई फायदा नहीं है, आप जहां भी चुनाव लड़ो पूरी ताकत के साथ लड़ो. उस राज्य में आर-पार की लड़ाई होनी चाहिए. अगर किसी राज्य में पार्टी चुनाव नहीं लड़ रही है तो इसका मतलब यह कतई नहीं है कि भविष्य में वहां पर चुनाव नहीं लड़ा जाएगा. पार्टी को चुनाव लड़ना है या नहीं यह प्रश्न तो उठाना ही नहीं चाहिए. हम चुनाव लड़ेंगे, लेकिन किसी राज्य में चुनाव लड़ने के लिए पूरा फोकस वहां पर होना अनिवार्य है. गुजरात में हम पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव लड़े, वहां से हमने पूरे देश को संदेश दिया कि हम लड़ सकते हैं.उन्होंने बोला कि हम नेशनल पार्टी हैं. लोकसभा चुनाव तो हम लड़ेंगे ही, लेकिन किस तरह लड़ेंगे इसका निर्णय आने वाले वक्त में हो जाएगा. बिहार में हम चुनाव लड़ेंगे लेकिन कब लड़ेंगे इसका निर्णय पार्टी करेगी. हम बिहार में सीधे चुनाव नहीं लड़ सकते, उसके लिए सबसे पहले हमें संगठन को मजबूत करना पड़ेगा. हमें हर गांव में अपनी कमेटी बनानी पड़ेगी. हमें अभी से ही संगठन को मजबूत करने और विस्तार करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. जब संगठन मजबूत हो जाएगा तो हम फिर चुनाव लड़ेंगे भी और चुनाव जीतेंगे भी.

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