इंतजार कीजिए कि क्या रिपोर्ट आती है. सभी लोगों को प्रतीक्षा करना होगा.
एक प्रश्न पर कि मुस्लिम पक्ष बोल रहा है कि 350-400 वर्ष पहले कुछ भी नहीं था. 400 वर्षों से अगर नमाज हो रही है तो हम देश को पीछे क्यों ले जाना चाह रहे हैं. इस पर सुशील मोदी ने बोला कि अभी कोई नमाज रोकने की बात तो नहीं है. एएसआई इस बात की जांच-पड़ताल करेगा कि हिंदू मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी या क्या स्थिति है. इसलिए अभी निर्णय का इंतजार करना चाहिए.गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर की सिंगल बेंच ने निर्णय सुनाया. दरअसल, मुस्लिम पक्ष ने सर्वे से ढांचे के नुकसान होने की बात बोली थी. उसके बाद एएसआई की तरफ से एक एफिडेविट दाखिल कर कहा गया था कि सर्वे से कोई नुकसान नहीं होगा. एएसआई ने बोला कि अगर खुदाई करने की आवश्यकता हुई तो उसके लिए पहले कोर्ट से अनुमति ली जाएगी.