ललन सिंह ने 2015 के विधानसभा चुनाव की बातों को दोहराते हुए बोला कि 2015 में आरजेडी से मेरा गठबंधन था. कांग्रेस भी साथ में थी. हम लोग चुनाव लड़ रहे थे उसे समय तो तीन महीने तक गृह मंत्री ने बिहार में कैंप किया था. इस बात पर बीजेपी के सांसद हंगामा करने लगे तो ललन सिंह ने गुस्सा करते हुए बोला कि बैठो... क्या जानते हो बिहार के बारे में, एबीसीडी भी जानते हो? प्रधानमंत्री को निशाने पर लेते हुए बोला कि 2015 में प्रधानमंत्री ने 43 विधानसभा में सभाएं की थीं. यह एक रिकॉर्ड है कि एक प्रधानमंत्री एक राज्य में इतनी सभाएं करता है. आया कितना सिर्फ 52 सीट.
ललन सिंह ने बोला कि 52 सीटों पर सिमटने के बाद जब इनका कुछ नहीं चला तो फिर लालू प्रसाद पर शिकंजा कसने लगे.
अपने 3 तोते सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स को इन्होंने छोड़ दिया. जब 2017 में इनके साथ हमने गठबंधन किया तो शांत बैठ गए. 2022 में जैसे ही हम अलग हुए तो फिर इनका तोता निरंतर दौरा कर रहा है. निरंतर छापेमारी कर रहा है, करते रहो, जितना भी करना है छापेमारी करो, 2024 में 40 में 40 सीट हारोगे.
आगे जेडीयू सांसद ने बोला कि हम जब महागठबंधन में सम्मिलित हुए तो गृह मंत्री ने तीन बार बिहार का दौरा किया. सबसे पहले इन्होंने पूर्णिया में सभा की. वहां की जनता को बोल रहे थे कि पूर्णिया में हवाई अड्डा प्रधानमंत्री ने बनवाया. जनता भी इनकी बातों को सुनकर हंस रही थी. जिसका कार्य भी प्रारंभ नहीं हुआ इसको इन्होंने बनवा दिया. इनसे बड़ा जुमलेबाज तो हमने आज तक नहीं देखा है.
ललन सिंह ने बोला कि कुछ दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह लखीसराय गए थे. लखीसराय में बोल रहे थे कि मुंगेर में मेडिकल कॉलेज प्रधानमंत्री ने बनवाया. हर घर नल का जल प्रधानमंत्री ने पहुंचाया. यह तीनों बातें झूठ हैं. मुंगेर के मेडिकल कॉलेज में एक रुपया भी केंद्र का नहीं लगा है. हर घर नल का जल में एक रुपया केंद्र से नहीं लिया गया है. उन्होंने प्रस्ताव दिया था लेकिन नीतीश कुमार ने ठुकरा दिया था.