बीजेपी ने शुरू से ही जातिगत जनगणना का समर्थन किया है.
इनके झूठा प्रचार के झांसे में अब राज्य के लोग फंसने वाले नहीं हैं. बार बार उलट पुलट करने के कारण जेडीयू और इनके नेता की विश्वसनीयता समाप्त हो गई है. सिद्धांत विहीन और अवसरवादी सियासत ने इन्हें कलंकित कर दिया है. अपने स्वार्थ और अहंकार में जेडीयू के मुखिया ने प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को निराश कर दिया है.नेता प्रतिपक्ष ने बोला कि पूरा देश जानता है कि बीजेपी ने संघर्ष कर जंगलराज वालों को गद्दी से उतारा और सुशासन के लिए नीतीश कुमार को गद्दी पर बैठाया, लेकिन इन्होंने फिर से उनके साथ गठजोड़ कर लिया और बिहार की जनता को अंधेरे में धकेल दिया. पोल खोल में जेडीयू को बताना चाहिए कि जंगलराज वालों के साथ फिर से गलबहियां क्यों की गई? महागठबंधन सरकार में शराब, बालू और जमीन माफियाओं को संरक्षण मिल रहा है. इनकी कमाई में सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोग हिस्सेदार हैं. अपराध, आतंक, हत्या, डकैती, बलात्कार और अपहरण का पर्याय बिहार बन गया है. राज्य की जनता को यह जानने का अधिकार है कि महागठबंधन सरकार ऐसा क्यों कर रही है.
बीजेपी नेता ने बोला कि इन्हें अपनी यात्रा में यह भी बताना चाहिए कि जेडीयू के सांसद पुत्र को राज्य में एम्बुलेंस सेवा के लिए नियम विरुद्ध 1700 करोड़ का ठीका दिलाने में उनके साथ क्या डील की गई है. हाई कोर्ट के निर्देश की भी अनदेखी की गई है. इस राशि का बंदरबांट के लिए ही इन्हें यह ठीका दिए जाने की जिक्र है. जनता को यह जानने का हक है कि आरजेडी के साथ गठजोड़ के वक्त क्या डील हुई है? पोल खोल यात्रा में राज्य के लोगों को जेडीयू उस डील के बारे में पर्दाफाश करे.