नीतीश कुमार पीएम बनने के ख्वाब देख रहे हैं.
नीतीश कुमार की पार्टी ने बिहार में 'भाईचारा यात्रा' की शुरुआत की है. इस यात्रा को 'कारवां-ए-इत्तेहाद' भी बोला जा रहा है. इस पर अख्तरुल ईमान ने बोला कि यह आपसी भाईचारा यात्रा नहीं बल्कि गरीब मुसलमान को चारा दिखाने की यात्रा कराई जा रही है. मुसलमानों को ठगने के लिए नीतीश कुमार की पार्टी ने यात्रा निकलवाई है. बिहार में मुस्लिम परिवार डर और खौफ के बीच में जीने को मजबूर हैं.अख्तरुल ईमान ही नहीं बल्कि इनसे पहले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी इस तरह का वर्णन दे चुके हैं. पीके ने कुछ दिन पहले ही वर्णन दिया था कि आज कोई नीतीश कुमार से पूछ नहीं रहा है कि राज्यसभा का उपसभापति कौन है? हरिवंश हैं. हरिवंश कौन है? हरिवंश नीतीश कुमार की पार्टी के हैं. नीतीश कुमार ने अगर एनडीए छोड़ दिया है तो इस पद को छोड़ क्यों नहीं रहे हैं? उस एमपी को हटाते क्यों नहीं है?