लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव टुकड़े-टुकड़े गैंग की सोची-समझी साजिश है. कांग्रेस के नेतृत्व में समूचा विपक्ष टुकड़े-टुकड़े गैंग के प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहा है. भारत के हित से इनका कोई लेना देना नहीं है.विजय कुमार सिन्हा ने सीएम नीतीश कुमार की पार्टी पर भी आक्रमण किया. बोला कि बीजेपी की बदौलत लोकसभा में बिहार से 16 सीट पाने वाली नीतीश की पार्टी जेडीयू में यदि थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो इन्हें अविश्वास प्रस्ताव के विरुद्ध में वोट करने से पहले 100 बार सोचना चाहिए. आरजेडी का एक भी लोकसभा सदस्य नहीं है फिर भी उनके नेताओं का अविश्वास प्रस्ताव पर वर्णन इनके अहंकार को दर्शाता है.विपक्ष पर निशाना साधते हुए इन्होंने बोला कि तथाकथित धर्मनिरपेक्षता के नाम पर तुष्टिकरण और देश विरोधी ताकतों को खाद-पानी देने का ये कार्य कर रहे हैं.
चीन और पाकिस्तान भारत के प्रगति और बढ़ती ताकत से भयभीत है.
भारत का विश्व स्तर पर नेतृत्व की भूमिका में आना इनको खटक रहा है. वे देश के विपक्षी नेताओं से संपर्क साधकर अपना मिशन पूरा करने के प्रयत्नशील हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के रहते उनका सपना पूरा होने वाला नहीं है.विजय सिन्हा ने बोला कि घमंडी और तुष्टिकरण करने वाले विपक्षी दलों की निराशा और हताशा अब सार्वजनिक हो गई है. ये प्रधानमंत्री द्वारा परिवारवाद और भ्रष्टाचार के विरुद्ध हमले से परेशान हैं. देश की जनता ने इन्हें पहले से ही जमींदोज कर रखा है. राजनीतिक रूप से निरंतर सिकुड़ने और लोकसभा में सीटों की संख्या में भारी कमी हो जाने के वजह से अपने अपने भविष्य के लिए ये चिंतित हैं. अविश्वास प्रस्ताव पर इनकी करारी हार तय है फिर भी ये गाल बजा रहे हैं.