हाजीपुर सदर थाना इलाके के श्रीरामपुर गांव के एक 25 वर्षीय युवक को तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क पार करते समय टक्कर मार दी थी. इससे वह बुरी तरह घायल हो गया था. परिवार वालों का कहना है कि अस्पताल आने के बाद स्ट्रेचर पर ही युवक की मृत्यु हो गई. अस्पताल में डॉक्टर न होने के वजह से परिजन गुस्से में थे. स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ भी मारपीट की बात कही जा रही है.
इमरजेंसी वार्ड में बेड, कुर्सी, टेबल, फ्रिज आदि को तोड़ दिया गया.
बताया जाता है कि हंगामा करने वाले मरीज के परिवार वालों और अन्य लोगों की संख्या 20 से 30 के आसपास होगी. घटना के बाद भारी संख्या में हाजीपुर सदर अस्पताल में पुलिस बल की तैनाती की गई. हालांकि इस मामले में मौके पर मोर्चा संभालने पहुंचे पुलिस अधिकारी मीडिया के प्रश्नों से बचते दिखे. घटना कहां हुई और क्या हुआ इस पर कुछ भी बोलना मुनासिब नहीं समझा. अस्पताल से कन्नी काटते हुए भाग निकले.अस्पताल में मारपीट और तोड़फोड़ की खबर सुनकर सिविल सर्जन श्यामनंदन प्रसाद आए. मीडिया से वार्तालाप के दौरान बताया कि मरे हुए पेशेंट को लेकर लोग अस्पताल आए थे. अस्पताल में तोड़फोड़ की गई है. काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. अस्पताल से डॉक्टर के लापता होने के प्रश्न पर सिविल सर्जन ने बोला कि सभी बिंदुओं पर जांच-पड़ताल की जा रही है. डिप्टी सुपरिटेंडेंट को जिम्मेदारी दी गई है.