यहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए पटना (पीएमसीएच) रेफर कर दिया गया.
उदित सहनी ने बताया कि वह ठेकेदार है. चतुरी सहनी के पास उसका 15 लाख बाकी है. उसने बोला कि मिथुन कुमार और पंकज सहनी ने हमको गोली मारी है. शूटर मेरे जान पहचान का ही निकल गया. वो हमको मार नहीं पाया.
उदित सहनी ने चतुरी सहनी और रामदरस और पर गोली मरवाने का इल्जाम लगाया है. बताया जाता है कि तीन राउंड गोली चली है. हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है. एक गोली ठेकेदार उदित सहनी के सिर के पीछे लगी है. उसके बाद वह मौके से भागा तो जान बची. पुलिस घटनास्थल पर भी पहुंची.इस पूरे मामले में सिटी एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि जानकारी मिली थी कि अहियापुर थाना अंतर्गत मीनापुर थाना इलाके के रहने वाले उदित सहनी को गोली लगी है. इसके बाद अहियापुर थाने की पुलिस एसकेएमसीएच पहुंची. इलाज कराया गया. जख्मों को देखते हुए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. हमारे पदाधिकारी घटनास्थल पर जांच-पड़ताल कर रहे हैं.सिटी एसपी ने बोला कि इस घटना के विषय में जख्मी का बयान सामने आया है और जो प्रत्यक्षदर्शियों का जो बयान है वो परस्पर मेल नहीं खा रहे हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि पैसों के लेनदेन के चलते कुछ परिचित लोगों में झगड़ा हुआ है. उदित जिनके साथ बाइक पर जा रहा था उन्हीं लोगों के द्वारा इस वारदात को अंजाम दिया गया है. उदित सहनी का भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. हाल ही में जेल से बाहर आया है.