जिलाधिकारी ने बताया कि जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी है.
जिले के सभी अधिकारियों को बाढ़ को लेकर अवकाश को रद्द कर दिया गया है. साथ ही आसपास के लोगों को सावधानी बरतने की अपील की गई है. उन्होंने बोला कि आवश्यकता पड़ेगा, तो कम्युनिटी किचन का भी शुरुआत कल से की जाएगी.बागमती और लालबकेया नदी में भयंकर बाढ़ जुलाई एवं अगस्त में ही ज्यादातर आने का अनुमान रहता है. वर्ष 1993 और 2017 की बाढ़ भी क्रमशः 23 जुलाई एवं 14 अगस्त को ही आई थी, जिसमें काफी ज्यादा मात्रा में जान माल की क्षति हुई थी. बागमती परियोजना के अभियंता भास्कर कुमार ने बताया कि दोनों नदियां तत्काल खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, परंतु यह अभी नियंत्रण में है.बताया गया कि तकनीकी सेल द्वारा इसके जलस्तर का निरीक्षण प्रत्येक घंटे में किया जा रहा है. बैरगनिया के रिंग बांध की सुरक्षा के लिए पुख्ता बंदोबस्त कर लिया गया है. संपूर्ण बांध के डेंजर प्वाइंट पर स्थानीय मिट्टी से भरे बोरे को एकत्रित कर लिया गया है.