आज अगर हम हाजीपुर सीट को लेकर दावा की बात करते हैं तो गठबंधन में हमको यह हक मिला है कि हम यह बात बोलें.
चाचा पशुपति पारस को बोला कि हम आग्रह करते हैं कि आप अगर कोई भी सीट पर दावा करते हैं तो पहले गठबंधन में जाइए. इस तरह की बात करना कि दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती है, किसकी औकात है यह गलत है. यह तो अपनी गठबंधन को चुनौती देने की बात जैसा है जो पूरी तरह गलत है. ऐसी बात गठबंधन के भीतर ही सुलझ जाए तो ज्यादा अच्छा है.क्या बांग्ला फिर वापस आएगा? उसके जवाब में चिराग पासवान ने बोला कि अगर हम बंगले की लड़ाई लड़ते तो गठबंधन से अलग नहीं होते, हम उस वक्त ही नतमस्तक हो जाते और बंगला-मंत्रालय सब मिल जाता. उन्होंने कहा आप लोग जानिए कि मैं किस लक्ष्य पर चल रहा हूं. हम 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' के लक्ष्य पर चल रहे हैं और आप लोग हमें बंगले को लेकर क्रॉस कर रहे हैं.पशुपति पारस की तरफ से निरंंतर चिराग पर की जा रही जिक्रबाजी और नाली के कीड़े जैसा शब्द के इस्तेमाल पर चिराग पासवान ने बोोला कि मैं ऐसे परिवार से आता हूं कि यह मेरा संस्कार नहीं है. उनके पास तो यहां तक हक है कि कल होकर वह हम पर हाथ भी उठा लेंगे तो मैं पलट कर जवाब नहीं दूंगा. वह हमसे उम्र में भी काफी बड़े हैं और रिश्ते में काफी बड़े हैं. क्या यह शोभा देगा कि मैं उन पर पलट कर जवाब दूं?
चिराग पासवान ने बोला कि नीतीश कुमार भी हमसे बड़े हैं, लेकिन मैं उनकी नीतियों का विरोध करता हूं. मेरे चाचा कोई नीति लेकर आएंगे, मैं उससे सहमत अगर नहीं रहूंगा तो मैं उसका भी विरोध करूंगा. हम एक ही परिवार से आते हैं. परिवार के बारे में इस तरह की भाषा कहना गलत है.