हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने पर चिराग ने बोला कि कौन कहां से लड़ता है यह वक्त आने पर तय होगा. संसदीय बोर्ड तय करेगा. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) लोकसभा की जिन 6 सीटों पर चुनाव लड़ी थी वह तमाम 6 सीटों से हम लोग फिर लड़ेंगे. इसमें हाजीपुर भी है और जमुई भी है. चिराग ने बोला कि जमुई से हमारा रिश्ता पिछले 8-9 वर्षों से रहा है और हाजीपुर से हमारा रिश्ता बचपन से रहा है. एक जगह जहां मैं पुत्र की भूमिका में हूं तो दूसरी जगह अपनी लोकसभा की जनता का भी ध्यान रखना है.
चिराग पासवान ने बोला कि मैं चाहता हूं कि मेरी मां हाजीपुर से चुनाव लड़ें, मेरे पिता चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें, लेकिन इन्होंने इस चीज को लेकर अभी तक सहमति नहीं दी है.
सार्वजनिक जीवन से वह अपने आप को दूर रखती हैं और रखना चाहती हैं.
ऐसे में हम लोग उनकी भावना का भी इज्जत रखते हैं. हाजीपुर सीट से समझौते पर इन्होंने बोला कि समझौते की परिस्थिति की जिक्र ही क्यों? किस बात का समझौता? जैसा मैंने बोला यह सब गठबंधन के भीतर होने वाली चर्चाएं हैं.
सीटों के बंटवारे पर बोला कि बहुत आराम से इन तमाम बातों पर जिक्र भी हो जाएगी और नतीजा भी निकल जाएगा. जमुई कोई नहीं त्याग रहा. जमुई हमारे पास ही है. आज के वक्त में मैं जमुई से सांसद हूं लेकिन हाजीपुर में मेरी भूमिका उतनी ही सक्रिय है उतना ही मैं हाजीपुर भी जाता हूं. उतना ही बिहार के सभी जिलों में जाता हूं. 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' की बात करता हूं. मैं 13 करोड़ लोगों को विकसित राज्य देने की बात करता हूं.
मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर किए गए प्रश्न पर चिराग ने बोला कि जिक्र पहले ही हो जाती है अगर विपक्ष अपनी जिद पर नहीं अड़ा रहता. सरकार से जो भी जवाब की अपेक्षा विपक्ष रखता है या मददगार दल, तमाम जवाब 10 तारीख को प्रधानमंत्री देंगे.