कई गांव के लोग मुझसे बताते हैं कि लड़कियां भी इस अवैध कारोबार में लगी हुई हैं.
20 हजार करोड़ का घाटा हो रहा है. ये पैसा पुलिस के हाथ में, प्रशासन के हाथ में और शराब माफिया के हाथ में जा रहा है.पीके ने बोला कि बिहार के गांव-गांव में एक और नई समस्या प्रारंभ हो गई है. जब लोगों को शराब नहीं मिल रही है, तो लोग अलग-अलग प्रकार का नशा कर रहे हैं. कोई स्मैक तो कोई ड्रग्स ले रहा है. ये स्थिति पहले बिहार में नहीं थी. शराब माफिया के साथ बालू माफिया बिहार में काफी ज्यादा ताकतवर हैं. हजारों-करोड़ों रुपये सरकार और बिहार के लोगों का चोरी करके पुलिस और प्रशासन की सहायता से अवैध बालू का कारोबार बिहार में चल रहा है.
बता दें कि प्रशांत किशोर 263 दिनों से बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं. मंगलवार को वह समस्तीपुर के राजकीयकृत हाई स्कूल ग्राउंड चकवा कहार के कैंप में थे. प्रशांत किशोर गांव-गांव में लोगों से मिलकर उन्हें मतदान की ताकत का अनुभव दिला रहे हैं. बीते दिनों में प्रशांत किशोर 2500 किलोमीटर से अधिक ज्यादा पद यात्रा कर चुके हैं.