बिजेंद्र यादव ने बोला नीतीश कुमार राष्ट्रीय नेता हैं और मांग करने का कार्यकर्ताओं का अधिकार है. यूपी की जनता ने मांग की है तो आगे तय किया जाएगा कि नीतीश कुमार यूपी या बिहार से चुनाव लड़ेंगे. इन्होंने बोला कि नीतीश कुमार ने आज तक कोई चुनाव नहीं हारे हैं.
कोई गढ़ की बात करता है तो नरेंद्र मोदी का गढ़ गुजरात था तो फिर चुनाव लड़ने बनारस में क्यों चले आएं.
वहीं, जेडीयू कोटा के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने बोला कि मुख्यमंत्री का चेहरा राष्ट्रीय स्तर का है. केंद्रीय मंत्री रहने के दौरान मुख्यमंत्री के द्वारा कई राज्यों में कार्य किया गया है. आज उनका चेहरा देशव्यापी है, इस लिहाज से वह जहां से भी चुनाव लड़ना चाहेंगे लड़ेंगे भी और चुनाव भी जीतेंगे.समाज कल्याण मंत्री ने बोला एक बिहारी होने के नाते हमारा व्यक्तिगत चॉइस होगा कि वह बिहार से ही लोकसभा का चुनाव लड़े. बीजेपी पर आक्रमण करते हुए उन्होंने बोला बीजेपी पर हम दावा करते हैं कि वह 40 में से एक भी सीट नहीं जीतने वाली है. प्रधानमंत्री अपनी नाकामयाबी को छुपाने के लिए वर्णन देते हैं. काबिलियत अगर होती तो मणिपुर में इतनी बड़ी वारदात नहीं होती. बता दें कि बुधवार को जेडीयू के उत्तर प्रदेश प्रभारी और बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने बोला था कि उत्तर प्रदेश की जनता की मांग है कि नीतीश कुमार जी फूलपुर से चुनाव लड़े.