किसकी कब आवश्यकता पड़ जाए, इसके अनुकूल अपना रास्ता खोले हुए हैं.
प्रशांत किशोर ने आगे बोला कि नीतीश कुमार के लिए I.N.D.I.A. दरवाजा है और खिड़की राज्यसभा सदस्य हरिवंश, जिनके माध्यम से उनका बीजेपी के साथ संपर्क बना हुआ है. ये सब तो बीजेपी और एनडीए वालों को मैसेज दे रहे हैं कि आपके जो बड़े श्रद्धेय थे उनकी हम इतनी श्रद्धा करते हैं. नीतीश कुमार से कोई पूछा कि पिछले वर्ष क्यों नहीं गए थे? ये उनका इंडिया वालों के ऊपर दबाव बनाने का तरीका है कि अगर हमको आप लोग भाव नहीं दीजिएगा तो हम उधर भी जा सकते हैं.सीएम नीतीश कुमार दिल्ली से गुरुवार को पटना लौटे. उनके दिल्ली दौरे को लेकर मीडिया में इस बात की जिक्र थी कि वो सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलेंगे. राहुल गांधी से भी मिल सकते हैं. वहीं जब नीतीश कुमार पटना आए तो उन्होंने बोला कि केजरीवाल और खरगे या किसी से कोई मुलाकात की योजना नहीं थी. किसी और से कोई बात नहीं हुई. वह सीमित वक्त के लिए दिल्ली गए थे. केजरीवाल और खरगे से फोन पर तो बात हो ही जाती है. हम सभी लोग जब साथ आ गए तो बीजेपी वाले बेचैन हो गए हैं.