इस पूरे मामले में पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर ने मीडिया को खबर दी. हिरासत में लिए गए शख्स का नाम नीतीश कुमार ही बताया जा रहा है. डीएम ने बोला कि वीआईपी दीर्घा में पीछे साइड में पहुंचा था. व्यक्ति किसी वीआईपी के साथ आया था. हालांकि किस वीआईपी के साथ आया था इसका जवाब चंद्रशेखर नहीं दे पाए. उन्होंने बोला कि हम इसकी जांच कर रहे हैं.
डीएम चंद्रशेखर ने बोला कि युवक की डिमांड थी कि उसे अनुकंपा पर नौकरी दी जाए.
युवक के पिता की 1996 में मृत्यु हो गई थी. वो बीएमपी (बिहार मिलिट्री पुलिस) में थे. जिलाधिकारी ने बोला कि इस समस्या को हम लोगों ने पुलिस मुख्यालय को पहुंचा दिया है. नियमानुसार उसकी समस्या का समाधान होगा.बता दें कि सीएम नीतीश कुमार की हिफाजत में चूक का यह कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है. अभी हाल ही में 15 जून की सुबह सीएम नीतीश कुमार अपने आवास एक अणे मार्ग के पास टहलने के लिए निकले थे. इस दौरान एक लहरिया कट बाइक चालक वहां पहुंच गया. नीतीश कुमार खुद को बचाते हुए डिवाइडर पर चढ़ गए थे. सुरक्षाकर्मियों ने युवक को तुरंत पकड़ लिया था. बाद में पता चला था कि युवक चेन स्नैचर थे. उस दिन लूट कर भाग रहे थे.पिछले वर्ष (2022) में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संवाद यात्रा के तहत नालंदा आए थे तो चूक दिखी थी. सिलाव में अचानक धमाका होने से अफरातफरी मच गई थी. मुख्यमंत्री जहां थे वहां से लगभग पांच मीटर की दूरी पर एक धमाका हुआ था. तत्परता दिखाते हुए सुरक्षाकर्मियों द्वारा धमाका करने वाले व्यक्ति को दबोच लिया गया. चश्मदीद ने बताया था कि उक्त व्यक्ति ने किसी विस्फोटक पदार्थ में माचिस जलाकर फेंका था. पकड़े गए व्यक्ति का नाम शुभम आदित्य था. वह जिले के इस्लामपुर का रहने वाला था.