यहां गवाह सुरक्षित नहीं है.
कोई गवाही नहीं दे सकता है, तो आम-आदमी की सुरक्षा का प्रश्न कहां पैदा होता है."सुशील कुमार मोदी ने बोला कि प्रदेश में बड़े भयावह हालात हैं. हर एक आदमी भयभीत है. डरा हुआ है और अगर प्रदेश में गवाह ही सुरक्षित नहीं हैं, तो अपराधियों को सजा नहीं मिलेगी. समस्तीपुर में पुलिस पर आक्रमण हो रहा है. वहां अक्सर कोयला माफिया और रेत माफिया पुलिस पर आक्रमण कर रहे हैं. निरंतर हो रहे ये हमले बताते हैं कि नीतीश कुमार की लॉ एंड ऑर्डर की यूएसपी समाप्त हो गई है. अब प्रदेश में उनकी कोई रुचि नहीं रही है. प्रधानमंत्री बनने के चक्कर में उन्होंने बिहार को भगवान के भरोसे ही छोड़ दिया है.
बता दें समस्तीपुर कोर्ट परिसर में बेखौफ गुंडों ने पेशी के लिए गए 2 कैदियों को गोली मार दी. विचाराधीन कैदी प्रभात चौधरी और प्रभात तिवारी को कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. इसी क्रम में इन्हें गोली मार दी गई.