बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर खूब जमकर निशाना साधा. उन्होंने बोला कि नीतीश कुमार का इकबाल खत्म हो गया है. नीतीश कुमार पलटी मारकर अपनी कुर्सी बचाने में 17 वर्ष कामयाब रहे हैं. आज अब प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं. विरोधियों को इसलिए एक करने के लिए असफल प्रयत्न कर रहे हैं. इनको बेंगलुरु में झटका लगा है. इनको जब संयोजक नहीं बनाया गया तो उल्टे पांव लौटकर आए हैं. अब 31 अगस्त को मुंबई में बैठक करने जा रहे हैं. इनका ध्यान अब बिहार से अलग हो गया है. पहले का जंगलराज से भी ज्यादा जंगलराज यह है. इसे जंगलराज 3 बताया. समय गंवाए बिना केंद्र बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करे, तभी बिहार की जनता को चैन मिलेगा.जीतन राम मांझी ने बोला कि पुलिस के द्वारा अनुसूचित जाति व गरीबों पर अत्याचार की जा रही है. उल्टे खुद उन्हें अभियुक्त बना दिया जा रहा है. उन्होंने डीजीपी से मांग की है कि गया में हो रही घटनाओं की जांच-पड़ताल के लिए एक खास जांच टीम भेजकर जांच कराएं.
यहां आज नहीं तो कल अगर राजनीतिकरण हुआ तो गया अशांत हो जाएगा.
इसकी सारी जिम्मेदारी गया की पुलिस की होगी. बिहार में हो रही सांप्रदायिक घटना पर उन्होंने बोला कि अब बिहार में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. पत्रकारों को जब गोली मार दी जा रही है. दारोगा को यहां गोली मार दी जा रही है, जब कानून व्यवस्था है ही नहीं तो सांप्रदायिक दंगा ही हो सकता है.आगे 'हम' संरक्षक ने बोला कि जनता की हित के लिए बात करते हैं. आज गुजरात में शराबबंदी है, लेकिन कोई हल्ला हंगामा नहीं है. बिहार में 5 लाख लोगों को जेल में भेजा गया है, उसमे 3.5 लाख वैसे लोग हैं जो मजदूरी कर लौटते वक्त 250 ग्राम शराब पी लिया हो तो उनको जेल भेज दिया गया है. यह अनर्थ है. ऐसा कानून नहीं चलेगा. रात में बड़े-बड़े जो अधिकारी आईएएस, आईपीएस या ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट, ठिकेदार, एक्सक्यूटिव ऑफिसर, मंत्री, विधायक यह सभी लोग रात 10 बजे के बाद महंगी शराब पीते हैं, जिसे कोई नहीं जानता. रात 10 बजे के बाद इसलिए शराब पियो और सो जाओ. इस प्रकार की जो बंदोबस्त करे वोट उसी को दें.