अगर आप अटल बिहारी वाजपेयी का समर्थन करते हैं तो नरेंद्र मोदी का भी करना होगा.
नरेंद्र मोदी कोई अलग नहीं हैं.नीतीश कुमार पर आक्रमण करते हुए आगे बीजेपी नेता ने बोला- "जब आडवाणी जी को एनडीए का पीएम उम्मीदवार बनाया गया तो नीतीश कुमार ही थे जिन्होंने इस निर्णय के विरुद्ध विद्रोह कर दिया था. आज सबसे बड़े समर्थक बन गए. वो तो अजातशत्रु हैं. अटल बिहारी वाजपेयी का व्यक्तित्व दल से ऊपर रहा है."
इस प्रश्न पर कि नीतीश कुमार दिल्ली गए हैं और वो वहां केजरीवाल से मिलेंगे. राहुल गांधी से भी मिलने की सूचना है. इस पर बोला कि ये लोग उनके साथ के हैं तो वो तो मिलेंगे ही, लेकिन पिछले एक वर्ष में बिहार में कोई भी नई पार्टी महागठबंधन में सम्मिलित नहीं हुई है. उल्टा जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा अलग हो गए. आरसीपी सिंह अलग हो गए. बीजेपी मजबूत हो रही है. बीजेपी के साथ लोग जुड़ रहे हैं.सुशील कुमार मोदी ने बोला कि नीतीश कुमार बताएं कि 20 लाख रोजगार का क्या हुआ? पिछले वर्ष उन्होंने गांधी मैदान में घोषणा की थी कि 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देंगे. एक भी व्यक्ति को सरकारी नौकरी नहीं मिली है. जो आंकड़ा दे रहे हैं वो गलत है. एनडीए की सरकार में जिन लोगों को नौकरी मिली थी उन्हें अब नियुक्ति पत्र दे रहे हैं और बोल रहे हैं कि 1.50 लाख लोगों को रोजगार दिया. नियोजित शिक्षकों को धोखा दिया. बोल रहे हैं कि विचार करेंगे.राज्यसभा सदस्य ने बोला कि बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है. जब एनडीए सत्ता में थी तो ऐसी कोई घटना नहीं हुई, लेकिन जब आरजेडी सत्ता में आई तो बिहार में अपराधियों को खुली छूट मिल गई. पिछले एक वर्ष में राज्य में कत्ल, लूट और बलात्कार की घटनाएं बढ़ी हैं. बिगड़ती कानून व्यवस्था से राज्य की जनता भयभीत है.