हम टेक्नोलॉजी पर निर्भर रहेंगे और एक ही बार में धरती समाप्त हो जाएगी.
खैर जो रहे... हम क्या कहेंगे. हम तो 73वां वर्ष में हैं. हम तो जाने ही वाले हैं न जी, लेकिन कह रहे हैं कि बाकी आने वाली पीढ़ी है वह सुरक्षित होनी चाहिए न."सीएम नीतीश कुमार यहीं नहीं रुके. प्रोग्राम को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे बोला कि आज कल तो हिंदी को भी लोगों ने समाप्त कर दिया है. हम देख रहे हैं न आज कल जो लोग बिजनेस कर रहे हैं वो भी सब चीज अंग्रेजी में लिख रहे हैं. अरे त इंग्लैंड है खाली... ये भारत है न. ये जो बिहार है समझ लीजिए कि दुनिया का सबसे बढ़िया जगह है. ये लोगों को ध्यान में नहीं आता है.म्यूजियम की एक मूर्ति का जिक्र करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने बोला कि हमने इसके (मूर्ति) बारे में बोला कि लोगों को हिंदी और इंग्लिश दोनों में बताएं. मूर्ति के बारे में एक ओर हिंदी और एक तरफ इंग्लिश में लिखें ताकि जो लोग आएं वो पढ़कर समझ सकें.