पिक्चर जब विदेश जाती और इन झोपड़ियों को आधुनिक रूप से बनाया जाता तो विदेश में भी बोलते कि दशरथ मांझी के लिए सरकार ने कुछ किया है.
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के प्रश्नों का जवाब देते हुए ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने बोला कि केंद्र के भरोसे बिहार सरकार नहीं है. एक व्यंग्य के जरिए श्रवण कुमार ने बोला कि इसी को बोलते हैं "के पर करीं सिंगार पिया मोर आन्हर". बोला कि बिहार की सरकार तो चाहती है कार्य करना और पहल भी करती है. नगर विधायक डॉ. प्रेम कुमार पर ताना कसते हुए आग्रह कर बोला कि एक बार दिल्ली जाएं, दूर के नहीं बिहार के ही हैं भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री. हम तो बोलते-बोलते और पत्र लिखते-लिखते थक चुके है. हमसे मानने वाले नहीं हैं. हो सकता है प्रेम कुमार बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं मान लें.
श्रवण कुमार ने बोला कि 2018-2019 में एक भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला. 23-24 में भी नहीं, अगर बिहार को कुछ दिला देंगे तो गरीबों का कुछ भला हो जाएगा. देश में बिहार पहला राज्य है जहां ग्रामीण मुख्यमंत्री आवास योजना की शुरुआत की गई है. भारत सरकार के सिर्फ भरोसे नहीं हैं. इस योजना के तहत गरीबों को जोड़ने का कार्य करेंगे.