एनआईए के वांटेड अपराधी असलम अंसारी उर्फ गुलटेन को रक्सौल से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. असलम सालों से फरार चल रहा था जिसके बाद लुक आउट नोटिस जारी करते हुए एनआईए ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम रखा था. असलम अंसारी उर्फ गुलटेन नेपाल के परसा जिले के इनरवा गांव का रहने वाला है. उसका संबंध पाकिस्तान, थाईलैंड, दुबई, बांग्लादेश समेत कई देशों के आईएसआई गतिविधियों में संलिप्त लोगों से है.असलम अंसारी पर इल्जाम है कि वह मलेशिया और पाकिस्तान में छपने वाली जाली नोटों (इंडियन करेंसी) को मंगाकर सप्लाई करता है. मोतिहारी की पुलिस के अनुकूल नेपाल निवासी असलम अंसारी दिल्ली में ढाई वर्ष तक जेल में रह चुका है. 2019 में जमानत मिलने के बाद वह फरार चल रहा था जिसके बाद एनआईए ने लुक आउट नोटिस जारी करने के साथ एक लाख का इनाम ऐलान किया था.पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने इस गिरफ्तारी को लेकर बताया कि भारत-नेपाल बॉर्डर के रक्सौल क्षेत्र में असलम की सक्रियता की जानकारी के बाद मोतिहारी सदर एएसपी के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी.
टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भारत-नेपाल सीमा से असलम को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार असलम के पास से कोई भी संदिग्ध सामान नहीं मिला है. गिरफ्तार असलम से पूछताछ की जा रही है. नेपाल निवासी असलम अंसारी उर्फ गुलटेन की गिरफ्तारी के बाद एनआईए को भी सूचना देकर सौंपने की तैयारी चल रही है.बताया जाता है कि सालों से फरार चल रहे वांटेड अपराधी असलम को गिरफ्तार करने के लिए एनआईए की टीम जिले के कई इलाकों में निरंतर छापेमारी कर रही थी. सीमावर्ती क्षेत्र रक्सौल के सभी चौक-चौराहों पर एनआईए ने असलम का पोस्टर भी चिपकाया था. असलम की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी प्राप्ति मानी जा रही है.