विश्वासघाती सरकार के एक साल के कार्यकाल में सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है.
सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है. कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. विकास की गाड़ी पटरी से उतर चुकी है. बेरोजगारी मुंह बाए खड़ी है. युवाओं का पलायन बिहार से बदस्तूर जारी है. किसान तबाह हैं. मजदूर बेहाल हैं. छात्र उदास हैं."आरसीपी सिंह ने बोला- "अगर कोई खुश है तो वो है दारू माफिया, बालू माफिया, जमीन माफिया, अराजक तत्व, सरकार संरक्षित एवं पोषित पदाधिकारी, भुंजा पार्टी, सरकारी योजनाओं एवं संसाधनों का बंदरबांट करने वाले बिचौलिए. ऐसी सरकार चलाने के लिए बहुत बहुत बधाई नीतीश जी. विश्वासघात जिंदाबाद! कुर्सीवाद जिंदाबाद! अहंकारवाद जिंदाबाद! लाठी-गोली की सरकार जिंदाबाद!"
आरसीपी सिंह के ट्वीट पर उनके समर्थक कमेंट भी करने लगे. ट्वीट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा- "आरसीपी सर जिंदाबाद, जिंदाबाद, जिंदाबाद." वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा- "ठीक बोला सर आपने, यह माफिया, विश्वासघातों और भ्रष्टाचारियों की सरकार है."