अनूप नारायण सिंह
पटना। पूरे बिहार समेत राजधानी पटना डेंगू के चपेट में है ऐसे में डेंगू के मरीजों के लिए सरकारी स्तर पर की गई व्यवस्था माकूल नहीं है इस कारण से मरीज प्राइवेट हॉस्पिटलों की तरफ रख कर रहे हैं इस बार डेंगू के कई सारे वेरिएंट भी सामने आए हैं जो काफी खतरनाक और जानलेवा है इसी विषय को लेकर राजधानी पटना में डॉक्टर प्रभात मेमोरियल हीरामती हॉस्पिटल में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें हॉस्पिटल से जुड़े चिकित्सकों ने डेंगू के तमाम वेरिएंट के बारे में विस्तार से बताया और तथा कहां की बिना चिकित्सक के सलाह के किसी भी प्रकार के बुखार की दवाई खाना जानलेवा साबित हो सकता है। अस्पताल से जुड़े एचडी इमरजेंसी डॉक्टर सतीश कुमार सिंह ने कहा कि डेंगू काफी खतरनाक स्वरूप में इस बार सामने आया है इसके कई सारे नए वेरिएंट आए हैं जो जानलेवा है जानकारी क्या भाव में लोग बिना चिकित्सीय परामर्श के दवाएं खा रहे हैं जो और जानलेवा साबित हो रही है उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को बुखार आ रहा है शरीर में दर्द है दांत से खून आ रहा है साथ ही साथ अन्य शारीरिक परेशानियां है तो उसे सबसे पहले स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों से जांच कर कर ब्लड सैंपल की रिपोर्ट मिलने के बाद ही दवा खानी चाहिए उन्होंने कहा कि उनके अस्पताल में20 बेड का स्पेशल डेंगू वार्ड बनाया गया है जहां मरीजों को 24 घंटे बेहतर इलाज की सुविधा प्रदान की गई है। अस्पताल से जुड़े बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर तौकीर अहमद ने कहा कि उनके अस्पताल में महज 1100 रुपए में डेंगू जांच और इलाज की सुविधा दी गई है गरीबी रेखा से नीचे वाले मरीजों के लिए 2000 से 3000 के न्यूनतम दर पर स्पेशल बेड की व्यवस्था की गई है जहां अतिरिक्त शुल्क दे नहीं है। आयोजित प्रेस वार्ता में डॉक्टर नरेंद्र सिंह डॉक्टर दानिश अख्तर भी मौजूद थे