पाइपलाइन के माध्यम तीर्थयात्रियों को गंगाजल प्राप्त हो सकेगा.
टेंट सिटी में आवासन की क्षमता 2500 है. उसके अलावा बोधगया के निग्मा मोनेस्ट्री में 2400, सामुदायिक भवन और अन्य आवासन के लिए 41 आवासन स्थल में 10050 आवासन क्षमता की व्यवस्था है.मेले के दौरान 6 हजार पुलिस जवान ठहरेंगे. इसके लिए 23 स्थल को चिह्नित किया गया है. इसके अलावा 63 की संख्या में होटल और रेस्टहाउस चिह्नित किए गए हैं जहां 3452 यात्री रह सकेंगे. वहीं 368 पंडा के निजी भवन और धर्मशाला को भी चिह्नित किया गया है. यहां 36544 यात्री आवासन कर सकेंगे. इस तरह कुल 497 जगहों को चिह्नित कर उसमें 60946 लोगों के ठहरने की बंदोबस्त की गई है.पेयजल की व्यवस्था, शौचालय, बिजली, साफ–सफाई, चिकित्सा सुविधा सहित सभी सुविधाएं प्राप्त होंगी. इसके लिए अलग-अलग कोषांग का गठन किया गया है जिसकी मॉनीटरिंग अधिकारी और खुद डीएम करेंगे. तीर्थयात्रियों की भीड़ होगी ऐसे में सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने को लेकर मेला क्षेत्र में नो व्हीकल जोन बनाया गया है. तीर्थयात्री ई रिक्शा से मंदिर तक जा सकेंगे.