अस्पतालों में डेंगू की जांच कराने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है.
विभाग के मुताबिक, जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में डेंगू जांच से संबंधित किट उपलब्ध करा दिए गए हैं. पटना में नगर निगम का दावा है कि डेंगू पर नियंत्रण के लिए लगातार घर-घर जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग करवाई जा रही है.डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 4 सितंबर को उच्चस्तरीय एक बैठक की, जिसमें अस्पतालों में बेडों की संख्या पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने, ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित कराने तथा सभी जगह डेंगू रोधी दवा का छिड़काव नियमित रूप से कराने के आदेश दिए हैं.
वहीं दूसरी ओर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने राज्य में तेजी से फैल रहे डेंगू को लेकर बोला है कि वक्त रहते सरकार के सतर्क नहीं होने के वजह से राज्य में डेंगू मरीजों को संख्या बढ़ रही है. विजय सिन्हा ने बोला कि सरकारी अस्पतालों में डेंगू पीड़ितों की उपचार की बंदोबस्त दयनीय है. राजधानी पटना में लोग डेंगू होने पर प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. बेड का अभाव, दवा की कमी, गंदगी का अंबार और खराब डायग्नोस्टिक मशीन के वजह से लोग सरकारी अस्पतालों में जाने से कतरा रहे हैं.