घटना की जानकारी के बाद स्थानीय लोगों के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था. गुरुवार को शाम हो जाने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन को रोक दिया गया.
शुक्रवार को फिर से तलाश प्रारंभ की गई है.
इस घटना के बाद से गांव में मातम का माहौल है. एक ओर गांव के भी लोग पानी में अपने स्तर से तलाशी के लिए उतरे हैं तो वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के आंसू नहीं थम रहे हैं.घटना को लेकर कारण सामने आई थी कि तेज धार के वजह से बागमती नदी में नाव डूब गई. वहीं नाविक ने बोला था कि मधुरपट्टी घाट के पास रस्सी टूट गई थी जिसके बाद नाव अनियंत्रित होकर डूब गई. स्थानीय लोगों की सहायता से और कुछ लोगों ने तैरकर जान बचाई थी. बच्चों के अलावा कुछ महिलाएं और कुछ अन्य लोग भी थे.
अजमत, (04 वर्ष), पिता- मो. नौशाद (इसका शव मिल गया है)
मिंटू सहनी (20 वर्ष ), पिता- राजदेव सहनी
गीता देवी (65 वर्ष ), पति- राम दयाल चौपाल
शिवजी चौपाल (55 वर्ष ), पिता- ध्यानी चौपाल
कामिनी कुमारी (16 वर्ष ), पिता- राजेश राम
सुष्मिता कुमारी (16 वर्ष ), पिता- लक्ष्मी रायबेबी कुमारी (16 साल), पिता- जगदीश राम
शाजदा परवीन (16 वर्ष ), पिता- मो. सफी
रितेश कुमार, पिता- राम जीवन राम
शमशुल (40 वर्ष ), पिता- मो. अयूब
वसीम (11 वर्ष ), पिता- मो. इस्माईल
पिंटू सहनी, पिता- राजदेव सहनी
राधा कुमार (16 वर्ष ), पिता- जय नारायण राम