बोधगया के महाबोधि मंदिर में सालों भर विदेशी पर्यटकों के आने-जाने का सिलसिला लगा रहता है.
खासकर पर्यटन सीजन में ज्यादा विदेशी पर्यटक आते हैं. प्रति साल करोड़ों रुपये विदेशी मुद्रा में दान आता है.बता दें कि महाबोधि मंदिर का आय का मुख्य स्रोत विदेशी मुद्रा ही है. ऐसे में एफसीआरए (FCRA) का रजिस्ट्रेशन रिन्यू नहीं हो सका है जिससे विदेशी मुद्रा दान के रूप में नहीं लिया जा सकता है. अब लाइसेंस के रद्द होने के बाद मंदिर में दान के रूप में विदेशी मुद्रा को लेना बंद कर दिया गया है जिससे मंदिर के आय पर सीधा प्रभाव पड़ेगा. कुछ ही महीनों के बाद नवंबर से पर्यटकों के आने का सिलसिला प्रारंभ हो जाता है.केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साल 2022 में भी बीटीएमसी (BTMC) को नोटिस भेजा था. इसे प्रबंधन द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया था. गौरतलब हो कि 8 सितंबर को ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने करोड़ों रुपये की लागत से बीटीएमसी का नया अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस भवन का उद्घाटन किया था.