वे सब अपने-अपने भ्रष्ट और वंशवादी कुनबे को बचाने के लिए व्याकुल हैं,
लेकिन बातें संविधान और लोकतंत्र बचाने की करते हैं. वे केवल इसलिए एक लोकप्रिय प्रधानमंत्री को 'नरेटी पकड़ कर' गद्दी से उतारना चाहते हैं कि वह व्यक्ति एक ओर कालेधन, बेनामी संपत्ति और राजनीतिक लोगों के भ्रष्टाचार पर निरंतर चोट कर रहा है.आगे बीजेपी नेता ने बोला कि दूसरी ओर प्रधानमंत्री 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन, 50 करोड़ गरीबों को जनधन खाता, 15 करोड़ गरीब महिलाओं को उज्ज्वला गैस जैसी सुविधाएं देकर उनकी गरीबी दूर कर रहे हैं. विपक्ष से यह नहीं देखा जा रहा है कि लालू परिवार की 100 करोड़ की सम्पत्ति कैसे जब्त हो गई और 3 करोड़ गरीबों को पक्के मकान कैसे मिल गए? इससे इनकी छाती फट रही है. बता दें कि 'इंडिया' गठबंधन में ललन सिंह और तेजस्वी यादव समन्वय समिति में रखा गया है.