एसडीपीओ के गार्ड का जवाब सुनकर पूर्व राज्यपाल को वहीं आवास के बाहर खड़ा रहना पड़ा,
जिसे औरंगाबाद के डीडीसी अभ्येंद्र मोहन सिंह ने देख लिया और वहां पहुंचे और अपने आवास पर चलकर बैठने का अनुरोध किया, लेकिन पूर्व राज्यपाल इतने गुस्से में थे कि वह काफी देर तक एएसपी के आवास के बाहर ही खड़े रहे. अंत में एएसपी बाहर निकली और पूर्व राज्यपाल से बातचीत की.एएसपी ने बोला कि वे आवास पर किसी से नहीं मिलती हैं. तब पूर्व राज्यपाल ने उन्हें फटकार लगाते हुए बोला क्यों नहीं मिलेंगी आप? आपको सबसे मिलना है. पूर्व राज्यपाल ने उन्हें पुलिस मैन्युअल की याद दिलायी. पूर्व राज्यपाल ने शहर में बढ़ रही चोरी की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए पुलिसिया कार्यशैली पर प्रश्न खड़ा किया. पूर्व राज्यपाल ने बोला कि, कहीं भी पुलिस की गश्ती रात में नहीं दिखती है. आपलोग क्या पेट्रोलिंग करती हैं. एएसपी द्वारा दिये गये किसी जवाब पर पूर्व राज्यपाल संतुष्ट नहीं हुए और उनके किये गये वार्ताओं पर दुख प्रकट किया. साथ ही साथ उन्हें पुलिसिया रूल और रेगुलेशन की भी जानकारी दी. पूर्व राज्यपाल के साथ एएसपी द्वारा किये गये इस बर्ताव की शहर में जिक्र होती रही. बातचीत का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है.इधर एएसपी ने बताया कि फोन काटने व प्रोटोकॉल उल्लंघन की बात बेबुनियाद है. वे अचानक उनके आवास पर आ गये. वर्ष 2022 में चोरी घटना के उदभदेन पर उनसे जिक्र हुई. उन्हें आश्वस्त किया गया कि पुलिस अपना कार्य कर रही है. दोषियों पर उनकी नजर है. उनके पीए द्वारा फोन किया गया, लेकिन उनसे नेटवर्क बेहतर नहीं होने के कारण से बातचीत नहीं हुई.