विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बोला कि सबसे पहले ये मनोज झा कौन है?
और ये कितने बड़े विद्वान हैं और कितने बड़े राजनीतिज्ञ हैं. इसकी खबर हमको नहीं है, लेकिन हम जब भी उनको देखते हैं तो हमको लगता है कि सियासत में यह व्यक्ति कहीं न कहीं एक लफुआ की तरह लगता है. ठाकुरों के बारे में जो टिप्पणी की है. ठाकुरों के द्वारा किए गए त्याग के बारे में भगवान राम की स्थिति हो या कई लोग ऐसे है जिन्होंने त्याग, तपस्या का अपना उदाहरण पेश किया था.बीजेपी विधायक ने बोला कि मैं अगर आरजेडी में होता तो लालू अभी बुलाकर इसको मेरे सामने एक थप्पड़ खींच कर मारते. मुझे बोलने की जरुरत नहीं होती, लेकिन आज जो लोग वहां हैं ये बोल रहे हैं कि यह गलत है. जब यह गलत है तो लालू से बोल कर के पनिशमेंट दिलवाना चाहिए. आनंद मोहन के पुत्र मेरे लिए भी पुत्र समान है तो लालू से बोलकर उसको पार्टी से बाहर करवाना चाहिए. उन्होंने बोला कि लालू कभी गलत चीज नहीं सिखाते हैं. उनकी सियासत उनकी जगह पर है. अंत में राघवेंद्र सिंह ने बोला कि यह बात याद रखिएगा मनोज झा, एक बात हम आपको चेता देते है राजपूतों पर जब गर्मी चढ़ जाती है न तो 80 साल की आयु में अपना बाह काटकर गंगा जी में फेंक देते हैं उस खानदान के हैं.