उसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत मिली है.
इस शिकायत को वक्त रहते ठीक करेंगे. किसी दलाल उचक्कों के चक्कर में मत पड़ें. प्रोग्राम खत्म होने के बाद मीडिया से बात करते हुए चंद्रशेखर ने अपनी बातों को दोहराया. बोला कि दंडात्मक कार्रवाई का कोई स्थान नहीं है. प्रजातंत्र में लोकशाही है तानाशाही नहीं. बता दें कि शिक्षा विभाग इन दिनों सुर्खियों में हैं. विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का नाम तो नहीं लिया लेकिन चंद्रशेखर का इशारा उन्हीं की ओर था. क्योंकि निरंतर कई तरह के एक्शन लिए जा रहे हैं. अभी सोमवार (4 सितंबर) को ही सरकार ने स्कूलों में छुट्टियों की कटौती के निर्णय को वापस लिया है. वहीं दूसरी तरफ आज प्रोग्राम के दौरान विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक भी उपस्थित थे लेकिन वह मंच पर नहीं गए.