इन्हें सनातन संस्कृति, हिंदू धर्म से विरोध है.
सुशील मोदी ने यह भी बोला कि जी-20 समिट के आमंत्रण पत्र में अगर भारत शब्द लिखा गया है तो फिर इन लोगों को आपत्ति करने की कोई आवश्यकता नहीं है. कोई नाम बदलने की कवायद नहीं चल रही है. जिनको इंडिया बोलना है वह इंडिया बोल सकते हैं और जिनको भारत बोलना है वह भारत बोल सकते हैं.बीजेपी नेता ने बोला कि हमारे राष्ट्रीय गान 'जन गण मन' में भी भारत शब्द का इस्तेमाल हुआ है इंडिया शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया है. ललन सिंह और नीतीश कुमार को अगर इंडिया नाम से उच्चारण करना है तो उन्हें रोक नहीं है. यह थोड़ी है कि इंडिया नाम से उच्चारण करने वाले देश द्रोही माने जाएंगे.आगे सुशील कुमार मोदी ने बोला कि तमिलनाडु में जिस तरह से सनातन धर्म को गाली दी गई, यह महागठबंधन के लोग उनके साथ खड़े होते दिख रहे हैं. इनका विरोध इंडिया से नहीं है, इनका विरोध नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए हर एक कार्य से है इसलिए ये लोग विरोध करते हैं. इस प्रश्न पर कि बोला जा रहा है कि महागठबंधन का नाम 'इंडिया' रखा गया है इसलिए आप लोग परेशान हैं इस पर सुशील कुमार मोदी ने बोला कोई परेशानी नहीं है. इनको जो रखना है रख सकते हैं. हम लोगों को इस पर कोई आपत्ति नहीं है.