पीयूष गोयल को भी नहीं पता है.
विशेष सत्र को लेकर मनोज झा ने आगे बोला कि इसके बारे में सिर्फ 2 ही लोग जान रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह, बाकी किसी को नहीं पता है कि इस सत्र को क्यों बुलाया गया है, इलिए यह झूठ-मूठ का आप लूडो खेलने का प्रयास कर रहे हैं, इसमें आप सफल नहीं होंगे. आप संसदीय परंपराओं का एक तरह से कत्ल कर रहे हैं.बता दें कि विशेष सत्र की घोषणा के बाद लगातार 'इंडिया' गठबंधन के नेता केंद्र सरकार पर जिक्रबाजी कर रही है. कुछ दिनों पहले जेडीयू ने भी विशेष सत्र पर आक्रमण बोला था. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बोला था कि इसमें पहले कैबिनेट की बैठक की जाती है, कैबिनेट की बैठक में विशेष सत्र को पास किया जाता है, लेकिन कुछ नहीं किया गया. अचानक विशेष सत्र की तारीख बता दी गई और वजह भी नहीं बताया गया है कि किस एजेंडे के लिए विशेष सत्र बुलाया गया है.