उस एंबुलेंस में एक मासूम जिंदगी और मौत से जूझ रहा था.
एंबुलेंस ड्राइवर ने बताया कि फतुहा के एक निजी अस्पताल से उस बच्चों को लेकर पटना के अस्पताल में ले जा रहे थे, लेकिन पुलिस मुख्यमंत्री के काफिले को लेकर सभी गाड़ियो को रोकी हुई थी. पुलिस को बताया भी इसमें इमरजेंसी पेशेंट है, लेकिन पुलिस नहीं मानी और एंबुलेंस को रोकी रही. पटना की पुलिस ने कानून को ठेंगा दिखाते हुए सभी गाड़ियों सहित एंबुलेंस को भी रोके रखी. बता दें कि 1 महीना पूर्व भी ऐसी वारदात पटना के गंगा पथ पर देखने को मिली थी, जिसमें एक एंबुलेंस को मुख्यमंत्री के काफिले को जाने के लिए रोकी गई थी. हालांकि बाद में ट्रैफिक एसपी ने चिन्हित करके पुलिसकर्मी पर कार्रवाई करने की बात बोली थी. उस समय भी पुलिस ने आश्वासन दिया था कि ऐसे मामलों में किसी को भी एंबुलेंस रोकने का हक नहीं है.