क्या इसमें जाति को लेकर गलत बात नहीं बोली गई है?
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने पिछली बार रामचारितमानस के सुंदर कांड को लेकर दिए गए बयान का चर्चा करते हुए बोला कि उनके जीभ काटने की कीमत लगाई गई थी तो मेरे गले की कीमत क्या होगी?शिक्षा मंत्री यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपने संबोधन में बोला कि इन चीजों का विरोध डॉ. राम मनोहर लोहिया और नागार्जुन ने भी किया था. एकलव्य का अंगूठा काटा गया. आपलोग जगदेव प्रसाद को गोली मारने के कारण को जरा गूगल करके पढ़िएगा तो पता चल जाएगा कि मैं किन चीजों का विरोध कर रहा हूं.शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के वर्णन पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर अजय अलोक ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही यह भी बोला कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड नजर आता है तो आप भी चख लीजिए.बता दें कि इसके पहले भी कई बार शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर रामचरितमानस को लेकर बयान देकर विवादों में रह चुके हैं. एक बार फिर उन्होंने बयान देकर प्रमाणित कर दिया है कि वह अपनी स्थान पर कायम हैं. पिछली बार भी बीजेपी ने कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी लेकिन कुछ भी नहीं हुआ था.