आइए जानते हैं कि सीएम नीतीश कुमार के ये दोनों करीबी नेता सियासी मायनों में कौन कितना मजबूत है. सबसे पहले ललन सिंह के बारे जान लीजिए. ललन सिंह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. मुंगेर लोकसभा सीट से अभी सांसद हैं. पहले की बात करें तो वह बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. 3 बार लोकसभा सांसद बने. एक बार राज्यसभा सांसद बने. भूमिहार समाज के बड़े नेता भी हैं.
जेडीयू कोटे से मंत्री बने अशोक चौधरी के बारे में जान लें कि वह विधान परिषद के सदस्य हैं.
वह कांग्रेस से जेडीयू में सम्मिलित हुए हैं. बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. पूर्व मंत्री महावीर चौधरी के बेटे हैं. दलित समाज से आते हैं. नीतीश कुमार के करीबी नेताओं में से आते हैं.ललन सिंह और अशोक चौधरी के बीच हुई तीखी बहस को लेकर जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने बोला कि यह खबर सूत्रों के हवाले से चलाई जा रही है. इसका कोई प्रमाण नहीं है. कोई क्लिप नहीं है. जब सूत्रों और अंदेशे के हवाले से खबर चल रही है तो इस पर कोई प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता नहीं है.
सोमवार (25 सितंबर) को सीएम आवास पर जेडीयू नेताओं की बैठक हुई थी. जेडीयू की बैठक समाप्त होने के बाद पार्टी के नेता निकलने लगे थे. इस क्रम में ललन सिंह ने अशोक चौधरी को टोका. अशोक चौधरी को बोलने लगे कि वह जमुई और बरबीघा की राजनीति में बार-बार दखलंदाजी नहीं करें. अशोक चौधरी ने जवाब में ललन सिंह को बोला कि वह कौन होते हैं कहीं जाने से रोकने वाले?