बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) पीएम मैटेरियल मानते हैं. हाल ही में उन्होंने इसको लेकर वर्णन दिया था और नीतीश कुमार की साफ-सुथरी छवि का चर्चा किया था. इसके पहले भी पीएम मैटेरियल को लेकर जिक्रबाजी हो चुकी है. अब जेडीयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Choudhary) ने एक कदम आगे बढ़कर बयान दिया है. बुधवार (13 सितंबर) को मीडिया से प्रदेश कार्यालय में वार्तालाप कर रहे थे.जेडीयू मंत्री अशोक चौधरी ने बोला कि कौन पार्टी का वर्कर और किस पार्टी का वर्कर अपने नेता को शीर्ष पद पर नहीं देखना चाहता है? उन्होंने बोला कि ऐसे एक पार्टी का नाम बता दीजिए, इसलिए हमलोग भी अपने नेता को शीर्ष पद पर देखना चाहते हैं, लेकिन जो राजनीतिक परिस्थितियां बनेंगी उस तरह से इंडिया गठबंधन एक्ट करेगा इसमें कहां दो मत है.अशोक चौधरी ने बोला कि देश में आप सर्वे कराइएगा तो नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री के रूप में बहुत लोग देखना चाहेंगे.
सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि बाहर के लोग भी देखना चाहेंगे.
नीतीश कुमार भारत सरकार और राज्य सरकार में सेवा की है, 17 वर्ष मुख्यमंत्री रहे और भारत सरकार में मंत्री रहे. आज तक उन पर प्रश्नचिह्न नहीं लगा है. कभी पारदर्शिता पर और ईमानदारी पर प्रश्नचिह्न नहीं लगा है. बिहार जैसे राज्य को उन्होंने शांति बहाल कर आगे ले जाने का कार्य किया. जिस बिहार का बजट 28 हजार करोड़ था उसको 2 लाख 68 हजार करोड़ करने का कार्य किया. उस व्यक्ति को पीएम बनने में क्या प्रश्नचिह्न हो सकता है?बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने साफ बोला है कि उनकी कोई इच्छा नहीं है. वह सिर्फ विपक्षी दलों को एक मंच पर लाना चाहते थे. अब एक बार फिर पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर जिक्रबाजी से जेडीयू के नेताओं की चाहत झलकने लगी है.