जन सुराज (Jan Suraj) के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने शुक्रवार को बोला कि आज नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को बिहार की फिक्र करनी चाहिए, लेकिन आज ये बिहार में एक समुदाय के लोगों को मैसेज देने के लिए कि हम प्रयत्न कर रहे हैं. हालांकि, उनको भी मालूम है कि इस प्रयत्न से कुछ होने वाला नहीं है, ये सिर्फ ढपली बजाने वाले लोग हैं. आज आरजेडी (RJD) के जीरो एमपी हैं वो देश का प्रधानमंत्री तय कर रहे हैं, जिस पार्टी का खुद का ठिकाना नहीं है वो देश की अलग-अलग पार्टियों को एकत्रित करने में लगी है. क्या लालू यादव (Lalu Yadav) और नीतीश बिहार में टीएमसी (TMC) को एक भी सीट देने के लिए तैयार हो गए हैं? नीतीश कुमार को कौन पूछता है?
प्रशांत किशोर ने आगे बोला कि नीतीश कुमार बीते दिनों में उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव से मिलने गए.
अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव 2014 में 5 सीटें और 2019 में भी 5 सीटें मिली. हालांकि, वो बात ऐसे कर रहे हैं जैसे 500 एमपी इन्हीं के पास हैं. दो जीरो को अगर जोड़ेंगे तो उससे क्या होगा? आज ये बीजेपी की बी टीम हैं, क्योंकि ये अपनी दुकान चला रहे हैं. आगे चुनावी रणनीतिकार ने बोला कि साथ बैठकर चाय पीना प्रेस कांफ्रेंस करने से विपक्ष मजबूत हो जाता तो 20 वर्ष पूर्व ही विपक्ष मजबूत हो गया होता. आज ये लोग घर से निकलकर 5 किलोमीटर चल नहीं सकते हैं, कोई दौरा नहीं कर सकते हैं, कोई कार्य नहीं कर सकते हैं. सियासत क्या करेंगे?