बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के गृह जिले नालंदा में रविवार को लोक जनशक्ति पार्टी (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) आए थे. इस क्रम में उन्होंने बोला कि सनातन को लेकर उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) ने विवादित बयान दिया है. एक अशोभनीय टिप्पणी है, जिससे मुझे नहीं लगता है कि कोई देशवासी जो सभी धर्मों को सम्मान करता है वह इस बयान सहमत होगा. ऐसे गठबंधन में जो भी बिहार के दल सम्मिलित हैं वो बताए कि इस बयान से सहमत हैं? प्रधानमंत्री के द्वारा एक तरफ विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इस तरीके का बयान समाज में भेदभाव और आस्था के साथ खिलवाड़ करता है. चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि इस बयान का समर्थन करते हैं?नालंदा के चंडी प्रखंड अंतर्गत बापू उच्च विद्यालय प्लस टू के मैदान में लोक जनशक्ति पार्टी (रा) के द्वारा रविवार को विस्तार अभियान सह जन संवाद प्रोग्राम का आयोजन किया गया था.
प्रोग्राम में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद चिराग पासवान आए थे.
इस प्रोग्राम में भारी संख्या में कार्यकर्ता आए थे. वहीं, इस प्रोग्राम में चिराग पासवान के आते ही जोरदार स्वागत किया गया. मंच पर चिराग पासवान के कलाई मे कई राखी भी बांधी गई.बता दें कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से की थी. शनिवार (2 सितम्बर) को चेन्नई में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उदयनिधि ने बोला, 'कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें समाप्त करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते. मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते. हमें उन्हें समाप्त करना है. सनातनम (सनातन धर्म) भी ऐसा ही है. सनातन का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला कार्य है.' वही, इस बयान को लेकर राजनीतिक जिक्रबाजी तेज हो गई है.