कोर्ट की तरफ से इस मामले में सुनवाई के लिए तिथि 14 सितंबर की तारीख दी गई है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, उदयनिधि ने बोला- "सनातन धर्म को समाप्त करने के लिए आयोजित इस सम्मेलन में मुझे बोलने का मौका देने के लिए मैं आयोजकों को धन्यवाद देता हूं. मैं सम्मेलन को 'सनातन धर्म का विरोध' करने के बजाय 'सनातन धर्म का उन्मूलन' बोलने के लिए आयोजकों को बधाई देता हूं. कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें समाप्त करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते. मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते. हमें उन्हें समाप्त करना है. सनातनम भी ऐसा ही है. सनातनम का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला कार्य है."बता दें कि तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स एसोसिएशन ने शनिवार (2 अगस्त) को चेन्नई में एक सम्मेलन आयोजित किया था, जिसका नाम रखा गया था- सनातनम (सनातन धर्म) उन्मूलन सम्मेलन. इस सम्मेलन को उदयनिधि स्टालिन ने भी संबोधित किया था. यहां बयान देने के बाद अब विवाद प्रारंभ हो गया है.